3109.*पूर्णिका*
3109.*पूर्णिका*
🌷 मेरे सपनों को उड़ान देना🌷
22 22 2121 22
मेरे सपनों को उड़ान देना।
सुंदर अपनों का जहान देना ।।
हरदम हम तो शुक्रगुजार रहते।
तुम भी आज पक्की जुबान देना।।
मंशा क्या हम जानते यहाँ सब ।
समस्याओं का बस निदान देना।।
अपनी दुनिया प्यार मांगते हैं ।
चाहत में यूं सनम जान देना।।
खुशियाँ खेदू पांव चूम लेती।
बन कर तुम यारा महान देना।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
12-03-2024मंगलवार