3094.*पूर्णिका*
3094.*पूर्णिका*
🌷 यूं अलग कहानी है अपनी🌷
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यूं अलग कहानी है अपनी।
सच देख जवानी है अपनी ।।
दरिया से ज्यादा प्यार यहाँ ।
ये दुनिया दीवानी है अपनी।।
दामन में खुशियाँ ही खुशियांँ ।
फितरत बलिदानी है अपनी।।
देखो जीने की हैं राहें ।
बस शीश कटानी है अपनी।।
वक्त के संग चले खेदू हम ।
हसरत सुलतानी है अपनी।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
09-03-2024शनिवार