Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2024 · 1 min read

3082.*पूर्णिका*

3082.*पूर्णिका*
🌷 दिल मेरा बेकरार है🌷
22 22 1212
दिल मेरा बेकरार है ।
बस तेरा इंतजार है ।।
दुनिया बदली यहाँ जहाँ ।
सच कितना आज प्यार है ।।
यूं साथ चलो चुको न तुम ।
देखो मौसम बहार है ।।
मिलता ऐसा कहीं नहीं ।
कह दो तुम एतबार है ।।
रहते खेदू धड़कन में ।
ये जान यहाँ निसार है ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
07-03-2024गुरुवार

1 Like · 108 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरमान गिर पड़े थे राहों में
अरमान गिर पड़े थे राहों में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हिन्दू एकता
हिन्दू एकता
विजय कुमार अग्रवाल
यहाॅं हर इंसान मतलबी है,
यहाॅं हर इंसान मतलबी है,
Ajit Kumar "Karn"
4346.*पूर्णिका*
4346.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
तुम्हारी चाय
तुम्हारी चाय
Dr. Rajeev Jain
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
Acharya Rama Nand Mandal
गुजरा वक्त।
गुजरा वक्त।
Taj Mohammad
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
Krishna Manshi
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
Piyush Goel
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सुरक से ना मिले आराम
सुरक से ना मिले आराम
AJAY AMITABH SUMAN
"आया मित्र करौंदा.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
Ravikesh Jha
कोहरा काला घना छट जाएगा।
कोहरा काला घना छट जाएगा।
Neelam Sharma
फ़ितरत
फ़ितरत
Dr.Priya Soni Khare
विचार
विचार
Godambari Negi
అందమైన దీపావళి ఆనందపు దీపావళి
అందమైన దీపావళి ఆనందపు దీపావళి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"आजादी के दीवाने"
Dr. Kishan tandon kranti
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
रोटी की क़ीमत!
रोटी की क़ीमत!
कविता झा ‘गीत’
वर्षों जहां में रहकर
वर्षों जहां में रहकर
पूर्वार्थ
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
जीवनचक्र
जीवनचक्र
Sonam Puneet Dubey
Science teacher's Umbrella
Science teacher's Umbrella
Mr. Bindesh Jha
पगली
पगली
Kanchan Khanna
*कविवर श्री हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष (कुंडलिया)*
*कविवर श्री हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...