3043.*पूर्णिका*
3043.*पूर्णिका*
🌷 सोच सुंदर दुनिया सुंदर 🌷
2122 22 22
सोच सुंदर दुनिया सुंदर।
रोज महके जीवन सुंदर।।
गैर बनते अपना देखो।
गम नहीं कुछ खुशियाँ सुंदर।।
बदलते रंग यहाँ मौसम।
शांत लहरें दरिया सुंदर ।।
प्यार करते दिल से दिल भी ।
जिंदगी का जरिया सुंदर ।।
हौसला रख मन में खेदू।
फूल खिलते बगियां सुंदर।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-02-2024रविवार