Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

3034.*पूर्णिका*

3034.*पूर्णिका*
🌷 अपने गैर हो जाते हैं 🌷
22 22 2122 22
अपने भी क्यों गैर हो जाते हैं ।
अपनों से क्यों बैर हो जाते हैं ।।
हम तो सच खोले खजाना दिल के।
बातों में क्यों खैर हो जाते हैं ।।
नायाब यहाँ जिंदगी है प्यारी।
कसरत भी क्यों सैर हो जाते हैं ।।
रोज तमाशा देखने की आदत।
हाथ कभी क्यों पैर हो जाते हैं ।।
खुशियाँ हरदम बांटते है खेदू।
गम भी अब क्यों कैर हो जाते हैं ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-02-2024बुधवार

163 Views

You may also like these posts

घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
गांव के तीन भाई
गांव के तीन भाई
राकेश पाठक कठारा
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मेरी #आज_सुबह_की_कमाई ....😊
मेरी #आज_सुबह_की_कमाई ....😊
करन ''केसरा''
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
Krishna Manshi
ग़ौर से ख़ुद को देख लो तुम भी ।
ग़ौर से ख़ुद को देख लो तुम भी ।
Dr fauzia Naseem shad
कोरोना
कोरोना
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
शीर्षक -फूल सब पथ मैं सजा लूंँ!
शीर्षक -फूल सब पथ मैं सजा लूंँ!
Sushma Singh
भूल हो गयी हो अगर आप से
भूल हो गयी हो अगर आप से
Shinde Poonam
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल में पीड़ा
दिल में पीड़ा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"दोचार-आठ दिन की छुट्टी पर गांव आए थे ll
पूर्वार्थ
भविष्य प्रश्न
भविष्य प्रश्न
आशा शैली
Morning hot tea
Morning hot tea
Otteri Selvakumar
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
* यह टूटती शाखाऐं है *
* यह टूटती शाखाऐं है *
भूरचन्द जयपाल
बायण बायण म्है करूं, बायण  म्हारी  मात।
बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
चिराग तुम वह जलाओ
चिराग तुम वह जलाओ
gurudeenverma198
इतना तो करना स्वामी
इतना तो करना स्वामी
अमित कुमार
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
Abhishek Soni
मानवता के पथ पर
मानवता के पथ पर
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दोहा पंचक. . . क्रोध
दोहा पंचक. . . क्रोध
sushil sarna
"जीवन का निचोड़"
Dr. Kishan tandon kranti
😢
😢
*प्रणय*
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है ...
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है ...
Sunil Suman
स्कूल का पहला दिन
स्कूल का पहला दिन
Ayushi Verma
एलुमिनाई मीट पर दोहे
एलुमिनाई मीट पर दोहे
Dr Archana Gupta
Loading...