3009.*पूर्णिका*
3009.*पूर्णिका*
🌷 दीपक बन दुनिया रौशित करें
22 22 22 212
दीपक बन दुनिया रौशित करें ।
खुशियांँ ही खुशियाँ पोषित करें ।।
बदले सोच सभी आगे बढ़े ।
महके जीवन ना शोषित करें ।।
बजते डंका रखते हौसला ।
खुद का नाम अव्वल घोषित करें ।।
सच बेदाग जहाँ में कौन है ।
बेवजह यहाँ ना दोषित करें ।।
आक्सीजन है खेदू प्रेम का।
मन से कार्बन अवशोषित करें ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-02-2024गुरुवार