2996.*पूर्णिका*
2996.*पूर्णिका*
🌷 थाम कर दामन गले लगाया
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थाम कर दामन गले लगाया।
हमसफर अपना तुझे बनाया।।
साथ देना सनम इस जहां में ।
जिंदगी महके जिसे सजाया ।।
देख कर दुनिया चले जरा सा ।
नेकिया करना हमें सिखाया।।
सीखते कोई हुनर यहाँ भी ।
प्यार से सुंदर रस्ते दिखाया ।।
धूप खेदू मगन मंजिलें है ।
जीत की देखो मजे चखाया।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-02-2024शनिवार