2993.*पूर्णिका*
2993.*पूर्णिका*
🌷 सबका अपना लक्ष्य है
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सबका अपना लक्ष्य है ।
सुंदर सपना लक्ष्य है ।।
खुशियां दे जीवन भर ।
खबरें छपना लक्ष्य है ।।
तकलीफ नहीं कुछ भी ।
मंतर जपना लक्ष्य है ।।
दुनिया बदले दुनिया ।
हर दिन खपना लक्ष्य है ।।
सोच बड़ी रख खेदू।
दिल का नपना लक्ष्य है ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
09-02-2024शुक्रवार