2987.*पूर्णिका*
2987.*पूर्णिका*
🌷 हाँ में हाँ मिलती रहती
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हाँ में हाँ मिलाती रहती ।
मुख से कुछ भी ना कहती।।
दिल से दिल की दीवानी ।
जानम कुछ भी ना कहती ।।
करती हमसे प्यार बहुत ।
रानी कुछ भी ना कहती ।।
लगती दुनिया से हटकर ।
मितवा कुछ भी ना कहती ।।
तमन्ना साथ चले खेदू।
हाँ सच कुछ भी ना कहती।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
07-02-2024बुधवार