2964.*पूर्णिका*
2964.*पूर्णिका*
🌷 दुनिया में सुंदर सादगी 🌷
22 22 2212
दुनिया में सुंदर सादगी।
जीवन में होती ताजगी ।।
गम क्या है जीने की खुशी ।
यूं प्यार मस्ती दीवानगी ।।
वक्त जिसके हरदम साथ है ।
बिंदास यहाँ आवारगी ।।
बेफ्रिक यूं खुद पर नाज है ।
दिल में देखो हसरत जगी ।।
प्यार जहाँ हो खेदू वहाँ ।
अपनों से क्यों नाराजगी ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
28-01-2024रविवार