2939.*पूर्णिका*
2939.*पूर्णिका*
🌷 दुनिया अपनी लोग अपने 🌷
22 22 2122
पूरे होते रोज सपने ।
दुनिया अपनी लोग अपने ।।
जीवन महके देख झूमे ।
इतिहास रचे सोच अपने।।
मंजिल मिलती मेहनत से ।
सुंदर पथ संजोग अपने।।
जीते हम ना हार जाएं ।
शान यहाँ अभिमान अपने।।
बनते साथी आज खेदू।
हम संग चले चाह अपने ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-01-2024गुरूवार