2927.*पूर्णिका*
2927.*पूर्णिका*
🌷 चाहते बहुत कुछ🌷
2122 212
चाहते हैं बहुत कुछ ।
पास अपने बहुत कुछ ।।
जिंदगीभर हो खुशी ।
आज सुर्खिया बहुत कुछ ।।
भाग लेता ये पलट कर ।
रोज मिलता बहुत कुछ ।।
सफलता पाते यहाँ ।
सोच बदले बहुत कुछ ।।
नेक खेदू सब बने।
यूं सफर में बहुत कुछ ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-01-2024गुरुवार