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4 Jan 2024 · 1 min read

2891.*पूर्णिका*

2891.*पूर्णिका*
🌷 दोस्ती है और प्यार है🌷
22 22 1212
दोस्ती है और प्यार है ।
देख जिया बेकरार है ।।

चाहत है गम नहीं खुशी ।
सुन ले दिल की पुकार है ।।

चंचल मन मानता कहाँ ।
देते नादां दुत्कार है ।।

फितरत बदली न हसरतें ।
क्या आज किए सुधार है ।।

मौसम खेदू मिजाज से ।
उतरे चढ़ते बुखार है ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
04-01-2024गुरुवार

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