2880.*पूर्णिका*
2880.*पूर्णिका*
🌷 हम कुछ पाना चाहते हैं🌷
22 22 2122
हम कुछ पाना चाहते हैं ।
खुशियाँ लाना चाहते हैं ।।
बदले दुनिया जिंदगी भी ।
राज बताना चाहते हैं ।।
गुलशन गुलशन फूल खिलते।
बस महकाना चाहते हैं ।।
तरक्की पथ पर कदम अपना।
आज बढ़ाना चाहते हैं ।।
करते सच परवाह खेदू।
ताज सजाना चाहते हैं ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-01-2024सोमवार