2864.*पूर्णिका*
2864.*पूर्णिका*
🌷 वक्त हमें मिलता नहीं🌷
212 2212
वक्त हमें मिलता नहीं ।
वक्त तुम्हें मिलता नहीं ।।
प्यार की बारिश जहाँ ।
फूल कब खिलता नहीं ।।
उलझ कर जीते रहे।
पांव भी हिलता नहीं ।।
हम बने नादान है ।
यूं जुबां सिलता नहीं ।।
जिंदगी खेदू गढ़े ।
घास तू छिलता नहीं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
27-12-2023बुधवार