2847.*पूर्णिका*
2847.*पूर्णिका*
🌷 अपना रास्ता भूला नहीं🌷
22 22 2212
अपना रास्ता भूला नहीं ।
क्या है वास्ता भूला नहीं ।।
लूटा देते सब कुछ यहाँ ।
अपने गुलिस्तां भूला नहीं ।।
जां अपनी दिल से चाहते।
वक्त भी दास्तां भूला नहीं ।।
जा बसते जो परदेश में ।
प्यारा हिन्दुस्तां भूला नहीं ।।
मंजिल खेदू मेहनत से।
करते नास्ता भूला नहीं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-12-2023गुरुवार