2846.*पूर्णिका*
2846.*पूर्णिका*
🌷 अपना जिसे माना हमने🌷
2212 22 22
अपना जिसे माना हमने।
सच जान से जाना हमने।।
जिस पर जता देते हक ।
पाया उसे ठाना हमने।।
यूं मतलबी कहती दुनिया।
क्या क्या सुना ताना हमने।।
हरदम निभाते साथ यहाँ ।
बांटे जहाँ दाना हमने।।
बस प्यार के भूखे खेदू।
गाया नया गाना हमने।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-12-2023गुरुवार