2841.*पूर्णिका*
2841.*पूर्णिका*
🌷 पहचान बदलती है🌷
22 22 22
पहचान बदलती है ।
अरमान बदलती है ।।
दुनिया देखो अपनी।
सामान बदलती है ।।
जी लो बिंदास यहाँ ।
परिधान बदलती है ।।
मंजिल की चाहत रख ।
ये जान बदलती है ।।
साथ निभाते खेदू।
बस शान बदलती है ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-12-2023बुधवार