2840.*पूर्णिका*
2840.*पूर्णिका*
🌷 ऐसा प्यार नहीं मिलेगा🌷
22 22 2122
ऐसा प्यार नहीं मिलेगा।
ऐसा यार नहीं मिलेगा।।
महके अपनी रोज बगियां।
मन साकार नहीं मिलेगा।।
बिकते अपना खून देखो।
बस बाजार नहीं मिलेगा।।
पंछी गाती गीत प्यारा।
यूं संसार नहीं मिलेगा।।
मतलब साधे कौन खेदू।
ये संस्कार नहीं मिलेगा।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-12-2023बुधवार