2838.*पूर्णिका*
2838.*पूर्णिका*
🌷 बोल कितना एतबार तुझको🌷
2122 212 122
बोल कितना एतबार तुझको ।
सोच कितना आज प्यार तुझको।।
लाख समझाया बरोज हमने ।
समझना है एकबार तुझको।।
बात दिल की जानते जरा सी ।
बस बनाया राजदार तुझको ।।
नेकियों का काम कर दिखाते।
बस लगाना मंझधार तुझको ।।
ख्वाब खेदू देखते नया सा।
यूं खुशी करना निसार तुझको।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-12-2023बुधवार