2832. *पूर्णिका*
2832. पूर्णिका
🌷 मानवता की अलख जगाएंगे🌷
22 22 22 22
मानवता की अलख जगाएंगे।
सत्य की महिमा रोज बताएंगे ।।
महके सुंदर बगियां अपनी।
जीवन सबका महकाएंगे।।
नेक बने ये दुनिया देखो।
ऐसा कुछ हम कर जाएंगे।।
बस खुशियों की होगी बारिश।
बादल बन कर बरसाएंगे।।
अंतस में सतनाम बसे खेदू।
बढ़कर अपना कर्तव्य निभाएंगे ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-12-2023सोमवार