Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2023 · 1 min read

2773. *पूर्णिका*

2773. पूर्णिका
सच सजन दिल के सच्चा बनिए
212 2212 212
सच सजन दिल के सच्चा बनिए।
कान के न कभी कच्चा बनिए।।
हसरतें अपनी बड़ी यूं रखे।
प्यार का बंधन अच्छा बनिए ।।
चुलबुले दुनिया यहाँ मोहते।
बस मजा लेकर बच्चा बनिए।।
पारखी है दोस्त सब परखते।
महकते जीवन चच्चा बनिए ।।
नेकिया खेदू करें रोज ही ।
देख बढ़ न कहीं लुच्चा बनिए ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
28-11-2023मंगलवार

218 Views

You may also like these posts

3896.💐 *पूर्णिका* 💐
3896.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
लोगों के रिश्मतों में अक्सर
लोगों के रिश्मतों में अक्सर "मतलब" का वजन बहुत ज्यादा होता
Jogendar singh
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
इश्क़-ए-क़िताब की ये बातें बहुत अज़ीज हैं,
इश्क़-ए-क़िताब की ये बातें बहुत अज़ीज हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक-दूसरे के लिए
एक-दूसरे के लिए
Abhishek Rajhans
"कलम के लड़ाई"
Dr. Kishan tandon kranti
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
Nazir Nazar
इस बरसात में
इस बरसात में
dr rajmati Surana
एक कुण्डलियां छंद-
एक कुण्डलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
आ अब जेहन में बसी याद का हिस्सा मुक़र्रर कर लेते हैं
आ अब जेहन में बसी याद का हिस्सा मुक़र्रर कर लेते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
प्रियतमा और कॉफी
प्रियतमा और कॉफी
शशि कांत श्रीवास्तव
सब वर्ताव पर निर्भर है
सब वर्ताव पर निर्भर है
Mahender Singh
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
I think she had lost herself
I think she had lost herself
VINOD CHAUHAN
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
Ishwar
*कैसे कैसे बोझ*
*कैसे कैसे बोझ*
ABHA PANDEY
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुहब्बत
मुहब्बत
Pratibha Pandey
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
कवि रमेशराज
चिन्तन के पार चला
चिन्तन के पार चला
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जाने हो कब मयस्सर
जाने हो कब मयस्सर
Manoj Shrivastava
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सिंचित मन
सिंचित मन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
चेहरा
चेहरा
Rambali Mishra
तू अपनी खूबियां ढूंढ ....कमियां निकालने के लिए लोग हैं |
तू अपनी खूबियां ढूंढ ....कमियां निकालने के लिए लोग हैं |
पूर्वार्थ
■ आज का शेर...।।
■ आज का शेर...।।
*प्रणय*
Loading...