Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2023 · 1 min read

2729.*पूर्णिका*

2729.*पूर्णिका*
🌷 बिगड़ न जाए बात कोई🌷
22 22 2122
बिगड़ न जाए बात कोई।
बीत न जाए रात कोई ।।
समस्याओं का अंत होगा।
मिल जाए सौगात कोई ।।
दुनिया अपनी देख कहते।
रह जाए हालात कोई ।।
हर जीत हमारी मुठ्ठी में ।
दिख जाए औकात कोई ।।
नेक इरादा आज खेदू ।
कर जाए बरसात कोई ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-11-2023 मंगलवार

310 Views

You may also like these posts

अपणै गांव नै मत भूलजौ
अपणै गांव नै मत भूलजौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अमृता
अमृता
Rambali Mishra
प्रेम का संगीत...
प्रेम का संगीत...
Vivek Pandey
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
Sonam Puneet Dubey
पॉजिटिव मैरिज
पॉजिटिव मैरिज
पूर्वार्थ
“ज़ायज़ नहीं लगता”
“ज़ायज़ नहीं लगता”
ओसमणी साहू 'ओश'
भले दिनों की बात
भले दिनों की बात
Sahil Ahmad
बेगूसराय की हार--
बेगूसराय की हार--
उमा झा
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
777loc cam kết mang đến cho bạn một trải nghiệm cá cược an t
777loc cam kết mang đến cho bạn một trải nghiệm cá cược an t
777 loc
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है......
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है......
Manisha Manjari
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को।
बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ईश्वर
ईश्वर
अंकित आजाद गुप्ता
आदमी आदमी के रोआ दे
आदमी आदमी के रोआ दे
आकाश महेशपुरी
प्रेम क्या है...
प्रेम क्या है...
हिमांशु Kulshrestha
" इन्द्रधनुष "
Dr. Kishan tandon kranti
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
राजनीति
राजनीति
Awadhesh Kumar Singh
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
अंसार एटवी
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
॥ वर्णरत्नाकर ॥ श्रो ज्योतिरीश्वर ठाकुर
॥ वर्णरत्नाकर ॥ श्रो ज्योतिरीश्वर ठाकुर
श्रीहर्ष आचार्य
3555.💐 *पूर्णिका* 💐
3555.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आओ दीप जलायें
आओ दीप जलायें
डॉ. शिव लहरी
ये ज़िन्दगी है आपकी
ये ज़िन्दगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
Shweta Soni
मैं  रहूँ  या  ना रहूँ
मैं रहूँ या ना रहूँ
DrLakshman Jha Parimal
साल भर पहले
साल भर पहले
ruby kumari
मानवता के पथ पर
मानवता के पथ पर
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Loading...