बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
ये विश्वकप विराट कोहली के धैर्य और जिम्मेदारियों का है।
मेरी बिटिया बड़ी हो गई: मां का निश्चल प्रेम
जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
What's that solemn voice calling upon me
यदि कोई केवल जरूरत पड़ने पर