है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पिता
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
"आक्रात्मकता" का विकृत रूप ही "उन्माद" कहलाता है। समझे श्रीम
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
King of the 90s - Television
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
कलम के हम सिपाही हैं, कलम बिकने नहीं देंगे,
क्या यही हैं वो रिश्तें ?
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी