Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

2704.*पूर्णिका*

2704.*पूर्णिका*
खुशियों के दीप जले
22 22 22
खुशियों के दीप जले।
यूं प्यार समीप मिले ।।
दुनिया प्यारी अपनी ।
जीवन का सीप मिले।।
बस इंसानियत यहाँ ।
दिल नेक शरीफ मिले ।।
महके मन बगियां भी ।
हरदम तारीफ मिले ।।
संदेश यहाँ खेदू ।
न कभी तकलीफ मिले।।
……….✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
09-11-23 गुरुवार

263 Views

You may also like these posts

सुधि सागर में अवतरित,
सुधि सागर में अवतरित,
sushil sarna
तेरा
तेरा "आप" से "तुम" तक आना यक़ीनन बड़ी बात है।
शशि "मंजुलाहृदय"
आवाजें
आवाजें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
छटपटाहट
छटपटाहट
Saraswati Bajpai
मुझसे न पूछ दिल में तेरा क्या मुक़ाम है ,
मुझसे न पूछ दिल में तेरा क्या मुक़ाम है ,
Dr fauzia Naseem shad
तन्हाइयां
तन्हाइयां
अनिल "आदर्श"
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय*
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
"शहीद साथी"
Lohit Tamta
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"तलबगार"
Dr. Kishan tandon kranti
नव वर्ष गीत
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
तन अर्पण मन अर्पण
तन अर्पण मन अर्पण
विकास शुक्ल
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
श्रीकृष्ण शुक्ल
वीर-जवान
वीर-जवान
लक्ष्मी सिंह
प्रकृति पूजन (कार्तिक मास)
प्रकृति पूजन (कार्तिक मास)
डॉ. शिव लहरी
जब सिस्टम ही चोर हो गया
जब सिस्टम ही चोर हो गया
आकाश महेशपुरी
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
Ravi Prakash
इंसानियत का रिश्ता।
इंसानियत का रिश्ता।
अनुराग दीक्षित
दिखा दूंगा जहाँ को जो मेरी आँखों ने देखा है!!
दिखा दूंगा जहाँ को जो मेरी आँखों ने देखा है!!
पूर्वार्थ
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
गैस कांड की बरसी
गैस कांड की बरसी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
अपना बन जायेगा
अपना बन जायेगा
Ghanshyam Poddar
2942.*पूर्णिका*
2942.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहानी उसके हाथ में है, वो..
कहानी उसके हाथ में है, वो..
Shweta Soni
*दिव्य आत्मा*
*दिव्य आत्मा*
Shashi kala vyas
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
Trishika S Dhara
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...