Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Nov 2023 · 1 min read

2694.*पूर्णिका*

2694.*पूर्णिका*
करम निगाहें करते हैं
22 22 22 2
करम निगाहें करते हैं ।
हम तो आहें भरते हैं ।।
रोज तमाशा देखोगे ।
फैला बाहें भरते हैं ।।
खेल नहीं जीवन जीना।
मरना राहें करते हैं ।।
लोग बिगड़ते बनते कब ।
डूबे थाहें भरते हैं ।।
दुनिया देखे खेदू अब ।
हरदम चाहें करते हैं ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
06-11-23 सोमवार

194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
गुमनाम 'बाबा'
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
मशीनों ने इंसान को जन्म दिया है
मशीनों ने इंसान को जन्म दिया है
Bindesh kumar jha
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
You can’t be in a relationship if you don’t like rules. Stay
You can’t be in a relationship if you don’t like rules. Stay
पूर्वार्थ
💐तेरे मेरे सन्देश-4💐
💐तेरे मेरे सन्देश-4💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शादी करके सब कहें,
शादी करके सब कहें,
sushil sarna
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
ദുരന്തം.
ദുരന്തം.
Heera S
अनोखा देश है मेरा ,    अनोखी रीत है इसकी।
अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
गोपाल हूं मैं, काल भी
गोपाल हूं मैं, काल भी
Saransh Singh 'Priyam'
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
Manoj Mahato
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अलविदा नहीं
अलविदा नहीं
Pratibha Pandey
किसी भी काम को बोझ समझने वाले अक्सर जिंदगी के संघर्षों और चु
किसी भी काम को बोझ समझने वाले अक्सर जिंदगी के संघर्षों और चु
Rj Anand Prajapati
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
" लोग "
Chunnu Lal Gupta
मुहब्बत का इज़हार मांगती ज़िंदगी,
मुहब्बत का इज़हार मांगती ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मौत बेख़ौफ़
मौत बेख़ौफ़
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी एक सफर सुहाना है
जिंदगी एक सफर सुहाना है
Suryakant Dwivedi
श्रद्धा से ही श्राद्ध
श्रद्धा से ही श्राद्ध
Rajesh Kumar Kaurav
"आँखें"
Dr. Kishan tandon kranti
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
Loading...