आसमां से गिरते सितारे का एक लम्हा मैंने भी चुराया है।
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
गलत रास्ते, गलत रिश्ते, गलत परिस्तिथिया और गलत अनुभव जरूरी ह
हौसले के बिना उड़ान में क्या
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
*नहीं हाथ में भाग्य मनुज के, किंतु कर्म-अधिकार है (गीत)*
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन