तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
"" *मैंने सोचा इश्क करूँ* ""
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Har Ghar Tiranga : Har Man Tiranga
माँ अपने बेटे से कहती है :-
चाय के प्याले के साथ - तुम्हारे आने के इंतज़ार का होता है सिलसिला शुरू
सच तो आज कुछ भी नहीं हैं।
नफ़रत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मन अलग चलता है, मेरे साथ नहीं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
अनौठो_संवाद (#नेपाली_लघु_कथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं