मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का इम्तेहान न ले ,
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
पैसा आपकी हैसियत बदल सकता है
जन्म हाथ नहीं, मृत्यु ज्ञात नहीं।
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*