कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
दर्द ए गम था उसका, ग़ज़ल कह दिया हमने।
भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में
पिया बिन सावन की बात क्या करें
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
*सूने पेड़ हुए पतझड़ से, उपवन खाली-खाली (गीत)*
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ