प्यार के मायने बदल गयें हैं
छंद मुक्त कविता : अनंत का आचमन
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
बस जला दिया जाता है मोहब्बत में दिल को भी,
कठिन काम करने का भय हक़ीक़त से भी ज़्यादा भारी होता है,
2 जून की रोटी.......एक महत्व
Right now I'm quite notorious ,
Remembering that winter Night
करतीं पूजा नारियाँ, पावन छठ त्योहार
पढ़े-लिखे पर मूढ़
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
दो शे'र ( मतला और इक शे'र )
इस प्रथ्वी पर जितना अधिकार मनुष्य का है
The best way to end something is to starve it. No reaction,
शिगाफ़ तो भरे नहीं, लिहाफ़ चढ़ गया मगर