आँखों देखा हाल 'कौशल' लिख रहा था रोड पर
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
ग़ज़ल सिर्फ ग़ज़ल है तेवरी नहीं! +तारिक असलम तस्नीम
तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे
ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
प्रधानमंत्री जी ने ‘आयुष्मान भारत ‘ का झुनझुना थमा दिया “
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"गिराने को थपेड़े थे ,पर गिरना मैंने सीखा ही नहीं ,
गांवों के इन घरों को खोकर क्या पाया हमने,
*पाए हर युग में गए, गैलीलियो महान (कुंडलिया)*
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
जब अथक प्रयास करने के बाद आप अपनी खराब आदतों पर विजय प्राप्त
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ