दर्द शिद्दत को पार कर आया
आलस करोगे, अंगड़ाई मिलेगी....
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
***************गणेश-वंदन**************
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।