आज़ ज़रा देर से निकल,ऐ चांद
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
ना जाने कौन सी डिग्रियाँ है तुम्हारे पास
माँ ही हैं संसार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
जिंदगी का एक और अच्छा दिन,
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
*जीवन का आधारभूत सच, जाना-पहचाना है (हिंदी गजल)*
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
*** लहरों के संग....! ***
ग़ज़ल _ खूब मतवाली , हमारी शायरी है दोस्ती !