बाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएँ
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
हमारे जैसों की समाधि के चौरे पर कोई आकर सुवासित पुष्प क्यों
अश्रु (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
परिस्थितियों को चीरते हुए निकल जाओ,
कुरुक्षेत्र में कृष्ण -अर्जुन संवाद
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
हिंदी साहित्य में लुप्त होती जनचेतना