याद रख कर तुझे दुआओं में ,
आसमान की तरफ उगे उस चांद को देखना आप कभी।
Dilemmas can sometimes be as perfect as perfectly you dwell
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
बाल कविता शेर को मिलते बब्बर शेर
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गीत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
तेरा होना...... मैं चाह लेता
" इस दशहरे १२/१०/२०२४ पर विशेष "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
किसी को सच्चा प्यार करने में जो लोग अपना सारा जीवन लगा देते
स्वतंत्रता दिवस और सेकुलर साहेब जी