मन के वेग को यहां कोई बांध सका है, क्या समय से।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
कहानी मंत्र कि समीक्षा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*धरती पर सब हों सुखी, सारे जन धनवान (कुंडलिया)*
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
जो क्षण भर में भी न नष्ट हो
बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
😟 काश ! इन पंक्तियों में आवाज़ होती 😟
बुंदेली दोहा -चपेटा संकलन - राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रात का सफ़र भी तय कर लिया है,
वहम और अहम में रहना दोनो ही किसी व्यक्ति के लिए घातक होता है
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम