मत फैला तू हाथ अब उसके सामने
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
मिट जाए हर फ़र्क जब अज़ल और हयात में
ज़िंदा रहने से तो बेहतर है कि अपनें सपनों
जब तक साँसें चलती है, कोई प्रयत्न कर ले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पते की बात - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
एक उदास चेहरा जितनी नकारात्मकता फैलाता है...
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
वो दिल लगाकर मौहब्बत में अकेला छोड़ गये ।
निष्काम,निर्भाव,निष्क्रिय मौन का जो सिरजन है,
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
जीवन सुंदर गात
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal