कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें ,
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
मोहब्बत का पहला एहसास
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मेरे दिल के खूं से, तुमने मांग सजाई है
" हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
स्वयं की खोज कैसे करें
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
हम मोहब्बत में सिफारिश हर बार नहीं करते,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
कोई पढे या ना पढे मैं तो लिखता जाऊँगा !
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "