Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2023 · 1 min read

2597.पूर्णिका

2597.पूर्णिका
🌷 अजब प्रेम गजब कहानी 🌷
2122 2122
अजब प्रेम गजब कहानी ।
रोज राजा रोज रानी ।।
फूल महके चमन महके ।
देख चढ़ती यूं जवानी।।
शान अपनी आज देखो।
जंग होती बस जुबानी ।।
नेक प्यारी जिंदगी है ।
चाह रखते सच रुहानी ।।
बदलती खेदू न दुनिया ।
सब बने अब देहदानी ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-10-2023बुधवार

216 Views

You may also like these posts

छह दिसबंर / मुसाफिर बैठा
छह दिसबंर / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
Dr Archana Gupta
आकर्षण
आकर्षण
Ritu Asooja
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
सागर ने जब जब हैं  हद तोड़ी,
सागर ने जब जब हैं हद तोड़ी,
Ashwini sharma
हम जिएंगे, ऐ दोस्त
हम जिएंगे, ऐ दोस्त
Shekhar Chandra Mitra
Miss u mummy...
Miss u mummy...
Priya princess panwar
*किसान*
*किसान*
Dr. Priya Gupta
■ वही हालात बेढंगे जो पहले थे वो अब भी हैं।
■ वही हालात बेढंगे जो पहले थे वो अब भी हैं।
*प्रणय*
*अपनी धरती छह ऋतुओं की, इसकी हर छटा निराली है (राधेश्यामी छं
*अपनी धरती छह ऋतुओं की, इसकी हर छटा निराली है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
4363.*पूर्णिका*
4363.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छूटा उसका हाथ
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कौन है ऐसा देशभक्त
कौन है ऐसा देशभक्त
gurudeenverma198
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
Rambali Mishra
कार्तिक पूर्णिमा  की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी  की दिव
कार्तिक पूर्णिमा की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी की दिव
Shashi kala vyas
21. Life
21. Life
Santosh Khanna (world record holder)
शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे!
शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे!
Sushma Singh
*क्या देखते हो *
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
कामिल नहीं होता
कामिल नहीं होता
Kunal Kanth
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ऐसा बेजान था रिश्ता कि साँस लेता रहा
ऐसा बेजान था रिश्ता कि साँस लेता रहा
Shweta Soni
मेरी एक बात हमेशा याद रखना ,
मेरी एक बात हमेशा याद रखना ,
Iamalpu9492
दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
महिला प्रतीक है स्वाभिमान का
महिला प्रतीक है स्वाभिमान का
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
"अचरज "
Dr. Kishan tandon kranti
आओ लौट चले
आओ लौट चले
Dr. Mahesh Kumawat
Loading...