2596.पूर्णिका
2596.पूर्णिका
🌷 जाल बिछाए लोग यहाँ 🌷
22 22 22 2
जाल बिछाए लोग यहाँ ।
मतलब साधे लोग यहाँ ।।
तेरा तू अपना है बस ।
बेफिक्र रहते लोग यहाँ ।।
पागल है ये दीवाना ।
हरदम कहते लोग यहाँ ।।
रखते फूलों की चाहत ।
देख पत्थर है लोग यहाँ ।।
दामन प्यारा है खेदू ।
कैसे खेले लोग यहाँ ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-10-2023बुधवार