तुझे लोग नहीं जीने देंगे,
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
वो पहली नज़र का प्यार भी क्या प्यार था,
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हर एक सब का हिसाब कोंन रक्खे...
कभी सब तुम्हें प्यार जतायेंगे हम नहीं
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।