उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
“तुम हो जो इतनी जिक्र करते हो ,
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
तेरी यादों ने इस ओर आना छोड़ दिया है
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मतदान 93 सीटों पर हो रहा है और बिकाऊ मीडिया एक जगह झुंड बना