ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
चले बिना पाँव झूठ कितना,ये बात हम सबको ही पता है
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
पनघट
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमार
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
*थियोसोफी के अनुसार मृत्यु के बाद का जीवन*
■ सियासत के पाखण्ड। सुर्खी में आने के बीसों बहाने।।😊😊