There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
गांधी जी के आत्मीय (व्यंग्य लघुकथा)
मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
डुबो दे अपनी कश्ती को किनारा ढूंढने वाले
जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां
हमराही
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
ग़ज़ल:- मेरे ही क़त्ल का इल्ज़ाम मेरे सर आया...
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
बरसात
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर