भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए
" भींगता बस मैं रहा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
रात की नदी में
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
बुंदेली दोहा- छला (अंगूठी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'