2587.पूर्णिका
2587.पूर्णिका
🌷 राज दुलारी हो तुम🌷
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राज दुलारी हो तुम ।
रानी प्यारी हो तुम।।
महके अपना जीवन ।
दुनिया सारी हो तुम ।।
चरणों में यूं मंजिल ।
कारो बारी हो तुम ।।
साँचे में ढ़ाल गए ।
वंदनकारी हो तुम ।।
पथ प्रगति यहाँ खेदू।
सच बलिहारी हो तुम ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-10-2023मंगलवार