Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2023 · 1 min read

2587.पूर्णिका

2587.पूर्णिका
🌷 राज दुलारी हो तुम🌷
22 22 22
राज दुलारी हो तुम ।
रानी प्यारी हो तुम।।
महके अपना जीवन ।
दुनिया सारी हो तुम ।।
चरणों में यूं मंजिल ।
कारो बारी हो तुम ।।
साँचे में ढ़ाल गए ।
वंदनकारी हो तुम ।।
पथ प्रगति यहाँ खेदू।
सच बलिहारी हो तुम ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-10-2023मंगलवार

309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
surenderpal vaidya
This Is Hope
This Is Hope
Otteri Selvakumar
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मैं ताउम्र तुम से
मैं ताउम्र तुम से
हिमांशु Kulshrestha
काम न आये
काम न आये
Dr fauzia Naseem shad
इतनी के बस !
इतनी के बस !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
जिंदगी का हिसाब क्या होगा।
जिंदगी का हिसाब क्या होगा।
सत्य कुमार प्रेमी
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
sushil sarna
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू
मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू
Harminder Kaur
योग
योग
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
आप सभी को ईद उल अजहा मुबारक हो 🌹💖
आप सभी को ईद उल अजहा मुबारक हो 🌹💖
Neelofar Khan
जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं
जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं
Rituraj shivem verma
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
पंकज परिंदा
Pyasa ke gajal
Pyasa ke gajal
Vijay kumar Pandey
प्रेम की पाती
प्रेम की पाती
Awadhesh Singh
डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,
डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,
Ritu Verma
हमें अपने जीवन को विशिष्ट रूप से देखना होगा तभी हम स्वयं के
हमें अपने जीवन को विशिष्ट रूप से देखना होगा तभी हम स्वयं के
Ravikesh Jha
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
Manju sagar
16. आग
16. आग
Rajeev Dutta
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आहुति  चुनाव यज्ञ में,  आओ आएं डाल
आहुति चुनाव यज्ञ में, आओ आएं डाल
Dr Archana Gupta
मुक्तक
मुक्तक
*प्रणय*
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
आज की हकीकत
आज की हकीकत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
"गीत"
Dr. Kishan tandon kranti
"की टूटे हुए कांच की तरह चकना चूर हो गया वो
पूर्वार्थ
Loading...