भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ?
*अग्रसेन ने ध्वजा मनुज, आदर्शों की फहराई (मुक्तक)*
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
Stop use of Polythene-plastic
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
फिर से जीने की एक उम्मीद जगी है "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दोहे- दास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'