अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"हर बाप ऐसा ही होता है" -कविता रचना
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
*श्री देवेंद्र कुमार रस्तोगी के न रहने से आर्य समाज का एक स्
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
आपका भविष्य आपके वर्तमान पर निर्भर करता है, क्योंकि जब आप वर
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हमारी मंजिल को एक अच्छा सा ख्वाब देंगे हम!