2584.पूर्णिका
2584.पूर्णिका
🌷चुनावी बिगुल बज गया 🌷
122 22 22
चुनावी बिगुल बज गया ।
नया संसार सज गया ।।
लड़े दोस्त दुश्मन बनके ।
यहाँ तलवार सज गया।।
नजर में आते कब थे।
दुलारे यार सज गया ।।
न पूछे तुम कैसे हो ।
उठे अब हाथ सज गया ।।
जरा संभल खेदू खुद ।
करेंगे राज सज गया ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
9-10-2123सोमवार