आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!!
कब गुज़रा वो लड़कपन,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
बुंदेली दोहा-सुड़ी (इल्ली)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
Know your place in people's lives and act accordingly.
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD